बुधवार, 21 जनवरी 2015

सेब:

सेब में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में
होता है।
लेकिन गूदे से पांच गुना ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट इसके छिलके में
होता है।
जर्नल ऑफ एग्रीकल्चर एंड फूड कैमिस्ट्री के शोधकर्ताओं ने
पाया कि इसके
छिलकों में एंटी डिजीज व एंटी कैंसर जैसे गुण होते हैं। इसलिए सेब
को
छिलके समेत ही खाएं
केला: केले का छिलका अगर गलत जगह फेंक दिया जाए और उस पर
किसी का पांव
पड़ जाएं तो यह खतरनाक हो सकता है। वावजूद इसके इस छिलके में
कई गुण
मौजूद है।
ताईवान के वैज्ञानिकों ने अध्ययन में पाया कि केले
का छिलका डिप्रेशन से
मुकाबला करता है। इसलिए कच्चे केले की सब्जी बनाते समय
छिलका न हटाएं।
अनार: जिन महिलाओं को अधिक मासिक स्राव होता है, वे
अनार के सूखे छिलकों
को पीसकर एक चम्मच पानी के साथ लें। इससे रक्तस्राव कम
होगा।
बवासीर की शिकायत हो तो अनार के छिलकों को कूटकर इसके
पाउडर को गुड़ मे
मिलकार बारीक-बारीक गोलियां बना लें। कुछ दिन तक
इनका प्रयोग करें, आराम
मिलेगा।
अंगूर और बेरी: अमरीकी वैज्ञानिक व कैमिस्ट वालेस
एच.योकोयामा ने अध्ययन
में पाया कि अंगूर और बेरी के छिलकों में कोलेस्ट्रॉल घटाने
की क्षमता
होती है। अमरूद के छिलकों में एंटीऑक्सीडेंट गूदे से
कहीं ज्यादा होते
हैं। इसलिए अंगूर या बेरी का जूस बनाने की बजाय इन्हें साबुत
ही खाना
चाहिए।
सब्जियां: सब्जियां बनाने से पहले उनके छिलके हटा देते है। जिससे
इन
सब्जियों के अधिकतर पोषक तत्व तो छिलको में ही चले जाते है।
छिलके सहित
सब्जियां खाने से कब्ज व डायबिटीज कंट्रोल होती है

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