शनिवार, 17 जनवरी 2015

ठंड में खाने के बाद गुड़ जरूर खाएंगे, जब जान जाएंगे ये लाजवाब फायदे!


गुड़ का सेवन अधिकांश लोग ठंड में ही करते हैं वह
भी थोड़ी मात्रा में इस सोच के साथ की ज्यादा गुड़
खाने से नुकसान होता है। इसकी प्रवृति गर्म होती है,
लेकिन ये एक गलतफहमी है गुड़ हर मौसम में
खाया जा सकता है और पुराना गुड़ हमेशा औषधि के रूप
में काम करता है।आयुर्वेद संहिता के अनुसार यह शीघ्र
पचने वाला, खून बढ़ाने वाला व भूख बढ़ाने वाला होता है।
इसके अतिरिक्त गुड़ से बनी चीजों के खाने से
बीमारियों में राहत मिलती है।
- गुड़ में सुक्रोज 59.7 प्रतिशत, ग्लूकोज 21.8 प्रतिशत,
खनिज तरल 26प्रतिशत तथा जल अंश 8.86 प्रतिशत मौजूद
होते हैं।इसके अलावा गुड़ में कैल्शियम, फास्फोरस,
लोहा और ताम्र तत्व भी अच्छी मात्रा में मिलते हैं।
इसलिए चाहे हर मौसम में आप गुड़ खाना न पसन्द करें
लेकिन ठंड में गुड़ जरूर खाएं।
- यह सेलेनियम के साथ एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में
कार्य करता है। गुड़ में मध्यम मात्रा में कैल्शियम,
फॉस्फोरस व जस्ता पाया जाता है यही कारण है
कि इसका रोजाना सेवन करने वालों का इम्युनिटी पॉवर
बढ़ता है। गुड़ में मैग्नेशियम अधिक मात्रा में
पाया जाता है इसलिए ये बॉडी को रिचार्ज करता है साथ
ही इसे खाने से थकान भी दूर होती है।
- गुड़ और काले तिल के लड्डू खाने से सर्दी में
अस्थमा परेशान नहीं करता है। रोजाना गुड़ का सेवन
हाइब्लडप्रेशर को कंट्रोल करता है। जिन लोगों को खून
की कमी हो उन्हें रोज थोड़ी मात्रा में गुड़ जरूर
खाना चाहिए। इससे शरीर में हिमोग्लोबिन का स्तर
बढ़ता है।
- गुड़ का हलवा खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। शरीर से
जहरीले तत्वों को बाहर निकालता है व सर्दियों में, यह
शरीर के तापमान को विनियमित करने में मदद करता है। यह
लड़कियों के मासिक धर्म को नियमित करने यह मददगार
होता है।
- अगर आप गैस या एसिडिटी से परेशान हैं तो खाने के
बाद थोड़ा गुड़ जरूर खाएं ऐसा करने से ये
दोनों ही समस्याएं नहीं होती हैं। गुड़, सेंधा नमक,
काला नमक मिलाकर चाटने से खट्टी डकारें आना बंद
हो जाती हैं।
- ठंड में कई लोगों को कान के दर्द की समस्या होने
लगती है। ऐसे में कान में सरसो का तेल डालने से व गुड़
और घी मिलाकर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।

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