शनिवार, 17 जनवरी 2015

पेट में अल्सर –


आजकल की व्यस्त जीवनशैली में खान-पान में
गड़बड़ी होना स्वाभाविक -सी बात है | लेकिन इस कारण से
अल्सर जैसे रोग पाँव पसारते जा रहे हैं | इसमें पेट में
जख़्म बन जाते हैं जिसे अल्सर कहते हैं | चाय ,
कॉफी ,शराब , अधिक खट्टे ,मसालेदार तथा गर्म वस्तुओं
के सेवन से अल्सर होने की सम्भावना अधिक होती है |
अल्सर रोग में अक्सर पेट में जलन होती है ,
खट्टी डकारें आती हैं , सर चकराता है , उलटी होती , दस्त
के साथ खून आता है , शरीर में कमजोरी तथा मन बैचैन
रहता है |
विभिन्न औषधियोँ द्वारा अल्सर का उपचार —-
१- चार मुनक्के तथा दो छोटी हरड़ पीसकर सुबह खाने से
पेट की जलन तथा उल्टी समाप्त होती है |
२- पान के हरे पत्तों का १/२ [आधा ] चम्मच रस प्रतिदिन
पीने से पेट के घाव व दर्द में लाभ होता है |
३- एक चम्मच आँवले के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर
प्रतिदिन पीने से अल्सर ठीक होता है |
४- अल्सर के रोगी को अनार के रस
तथा आँवला मुरब्बा सेवन से लाभ होता है |
५- अल्सर में दूध , पका केला , चीकू , शरीफ़ा तथा सेब
का सेवन करना चाहिए। 

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