शुक्रवार, 19 दिसंबर 2014

सावधानी व उपाय

(१)खड़े -खड़े पानी पीने से घुटनों में दर्द की बीमारी होती है
इसलिए खाना पीना बैठ कर करना चाहिए .
(२)नक्क्सीर आने पर तुरंत नाक में देशी घी लगाना चाहिए ,नाक
से खून आना तुरंत बंद हो जाता है
(३)बच्चों को पेशाब ना उतारे तो स्नान घर में ले जाकर टूटी खोल
दें पानी गिराने की आवाज़ सुनकर बच्चे का पेशाब उतर जायेगा
(४)बस में उलटी आती हो तो उसे पैर के नीचे अखबार रखे
ईससे ,उलटी नहीं आती यही तरीका आक का पत्ता ले कर भी कर
सकते है !!
(५)कद बढ़ाने के लिए अश्वगंधा व मिश्री बराबर मात्र में चूरन
बना कर १ चम्मच भोजन के बाद लें
(६)बाल गिरने लगें हों तो १००ग्राम नारियल तेल में १०ग्राम
देशी कपूर मिलाकर जड़ों में लगायें
(७)सर में खोरा हो ,शरीर पर सूखी खुजली हो तो भी इसी तेल
को लगाने से लाभ मिलता है
(८)दिन में दो बार खाना ,तो दो बार शौच
भी जाना चाहिए ,क्योंकि "रुकावट" ही रोग होता है
(९)आधा सर दर्द होने पर,दर्द होने वाली साईड की नाक में २-३
बूँद सरसों का तेल जोर से सूंघ लें
(१०)जुकाम होने पर सुहागे का फूला १ चम्मच ,गर्म पानी में घोल
कर पी लें १५ मिनट में जुकाम गायब
(११)चहरे को सुन्दर बनाने के लिए १चम्म्च दही में २ बूंद शहद
मिला कर लगायें १० मिनट बाद धो लें
(१२)इसी नुसखे को पैरो की बिवाईयों में भी प्रयोग कर सकतें
हैं ,लाभ होगा
(१३)हाई बी.पी. ठीक करने के लिए १ चम्मच प्याज़ का रस में १
चम्मच शहद मिलाकर चाटें
(सुगर के रोगी भी ले सकतें हैं)
(१४)लो बी.पी.ठीक करने के लिए ३२ दाने किसमिस के रात
को कांच के गिलास में भिगो दें सुबह १-१ दाना चबा-चबा कर
खाएं (रोज़ ३२ दाने खाने हैं ३२ दिनों तक)
(१५)कब्ज़ ठीक करने के लिए अमलताश की फली (२ इंच)
का काढ़ा बनाकर शाम को भोजन के बाद पियें
(१६)कमर में दर्द होने पर १०० ग्राम खसखस में १०० ग्राम
मिश्री मिला कर चूर्ण बनायें,भोजन के बाद १ चम्मच गर्म दूध से लें
(१७)सर चक्कर आने पर १ चम्मच धनियाँ चूर्ण में १ चम्मच आंवला चूर्ण
मिलाकर ठन्डे पानी से लें
(१८)दांतों में दर्द होने पर १ चुटकी हल्दी ,१ चुटकी काला नमक ,५
बूंद सरसों तेल मिलाकर लगायें
(१९)टौंसिल होने पर अमलताश की फली के काढ़े से गरारे
करें ,ठीक हो जायेगें
(२०)ऍम.सी.के दिनों में १चम्मच अजवायन का काढ़ा ३-४ दिन
पीयें ,इससे सम्बंधित सभी तकलीफों से रहत मिलेगी

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