स्वास्थ्य रक्षा के नियम :-
यहाँ पर कुछ प्राकतिक नियम स्वास्थ्य रक्षा और सामान्य
ज्ञान के लिए दिए जा रहे है जो हर व्यक्ति के लिए लाभप्रद है!
१- प्रातःकाल उठकर कुल्ला करके एक गिलास ताजा जल पिए,
सूर्योदय से पूर्व उठे इससे चित् अति प्रसन्न रहता है
२- रात को किसी तांबे के बर्तन में पानी रख दे ! प्रातः काल
शौच जाने से पूर्व नित्य उस पानी को पीते रहने से पखाना खुलकर
आता है, कब्ज नहीं होता !
३- शौच करते समय दांतों को खूब दबाकर बैठने से दांत जीवन भर
नहीं हिलते और न कभी लकवा रोग की सिकायत होती है!
४- हाथ और मुह धोते समय मुह से एक घूंट पानी को भरकर आँखों पर
पानी की छीटें दे इससे आँखों की रौशनी बढ़ जाती है
५- भोजन से पहले हाथ मुह धोए पैरों को धोने से जठराग्नि का मुह
खुल जाता है तथा भोजन से पूर्व एक गिलाश पानी पिए !
६- भोजन करते समय पानी न पिए अगर विशेष
अवश्यकता हो तो एक घूँट ले सकते है ! भोजन के एक घंटे बाद
ही पानी पिए इससे भोजन पेट में आसानी से पच जाता है!
७- भोजन के बाद थोड़ी देर के लिए घूमना आवश्यक है! भोजन करने
के बाद बायां स्वर बंद करने से पाचन शक्ति बढ़ती है ! रात्रि में
सोने से पहले पानी पीना हितकारी है!
८- सप्ताह में कम से कम एक बार सरसों के तेल की मालिश अवश्य
होनी चाहिए! चिंता करने से जितनी स्वाश्थ्य
की हानि होती है उतनी किसी रोग से नहीं होती !
यहाँ पर कुछ प्राकतिक नियम स्वास्थ्य रक्षा और सामान्य
ज्ञान के लिए दिए जा रहे है जो हर व्यक्ति के लिए लाभप्रद है!
१- प्रातःकाल उठकर कुल्ला करके एक गिलास ताजा जल पिए,
सूर्योदय से पूर्व उठे इससे चित् अति प्रसन्न रहता है
२- रात को किसी तांबे के बर्तन में पानी रख दे ! प्रातः काल
शौच जाने से पूर्व नित्य उस पानी को पीते रहने से पखाना खुलकर
आता है, कब्ज नहीं होता !
३- शौच करते समय दांतों को खूब दबाकर बैठने से दांत जीवन भर
नहीं हिलते और न कभी लकवा रोग की सिकायत होती है!
४- हाथ और मुह धोते समय मुह से एक घूंट पानी को भरकर आँखों पर
पानी की छीटें दे इससे आँखों की रौशनी बढ़ जाती है
५- भोजन से पहले हाथ मुह धोए पैरों को धोने से जठराग्नि का मुह
खुल जाता है तथा भोजन से पूर्व एक गिलाश पानी पिए !
६- भोजन करते समय पानी न पिए अगर विशेष
अवश्यकता हो तो एक घूँट ले सकते है ! भोजन के एक घंटे बाद
ही पानी पिए इससे भोजन पेट में आसानी से पच जाता है!
७- भोजन के बाद थोड़ी देर के लिए घूमना आवश्यक है! भोजन करने
के बाद बायां स्वर बंद करने से पाचन शक्ति बढ़ती है ! रात्रि में
सोने से पहले पानी पीना हितकारी है!
८- सप्ताह में कम से कम एक बार सरसों के तेल की मालिश अवश्य
होनी चाहिए! चिंता करने से जितनी स्वाश्थ्य
की हानि होती है उतनी किसी रोग से नहीं होती !
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