दांतों की बीमारी का उपचार :
-10 सेंधा नमक बारीक पीसकर कपड़-छान
कर लें। उसमें से दो ग्राम नमक हथेली पर
रखकर चार गुना सरसों का तेल डालकर
मिश्रण तैयार करें। बाद में नमक तेल के
मिश्रण से अंगुली द्वारा दांत एवं
मसूड़ों की रोजाना सुबह हल्की मालिश करें
तथा बाद में सादे या गुनगुने पानी से
कुल्ला कर लें। इससे दांतों का ठंडा, गर्म और
खट्टा लगना समाप्त हो जाता है।
-आंवला जलाकर सरसों के तेल में मिलाएं
इसे मसूड़ों पर धीरे-धीरे मलें
- नीम की पत्तियां, काली मिर्च और
काला नमक मिलाकर पीस लें
इसका नियमित सेवन करें
- खस, इलायची और लौंग का तेल मिलाकर
मसूड़ों में लगाएं
- जीरा, सेंधा नमक, हरड़, दालचीनी,
दक्षिणी सुपारी को समान मात्रा में लें
इसे बंद बर्तन में जलाकर पीस लें इस मंजन
का नियमित प्रयोग करें
- फिटकरी और काला नमक बारीक पीसकर
दांतों पर मलें।
-कीड़ा लगने से बचने का सबसे
सही तरीका है कि रात को ब्रश करके
सोएं। मीठी और स्टार्च आदि की चीजें कम
खाएं और बार - बार न खाएं। मीठी चीजें
खाने के बाद कुल्ला करें या ब्रश करें।
दांतों की अच्छी तरह सफाई करें।
-नीम का दातुन करने से पहले उसे
अच्छी तरह चबाते रहें। जब दातुन
का अगला हिस्सा नरम हो जाए तो फिर
उसमें दांत धीरे - धीरे साफ करें।
- लहसुन बैक्टीरिया को मारने के लिए एक
प्राकृतिक हथियार है। कच्चे लहसुन का रस
संक्रमण को मारने में मदद करता है।
यदि वास्तव में आपके दांत में बहुत अधिक
दर्द हो रहा हो तो आप ऐसा कर सकते हैं।
कच्चे लहसुन की एक कली लें। इसे पीसें और
निचोड़ें तथा इसका रस निकालें। इस रस
को प्रभावित क्षेत्र पर लगायें। यह घरेलू
उपचार दांत के दर्द में जादू की तरह काम
करता है।
-एक टेबलस्पून नारियल का तेल लें और इसे
अपने मुंह में चलायें। इसे निगले नहीं, इसे
लगभग 30 मिनिट तक अपने मुंह में रखें रहें।
फिर इसे थूक दें और मुंह धो लें।
आपको निश्चित रूप से आराम मिलेगा।
-दांत के दर्द में पेपरमिंट आईल जादू
की तरह काम करता है। अपनी उँगलियों के
पोरों पर कुछ तेल लें तथा इसे धीरे धीरे
प्रभावित क्षेत्र पर मलें। आपको दांत के
दर्द से तुरंत आराम मिलेगा।
-. टी बैग टी बैग एक अन्य घरेलू उपचार है।
हर्बल टी बैग को प्रभावित क्षेत्र पर
लगायें। इससे पस के कारण होने वाले दर्द से
आपको तुरंत आराम मिलेगा।
-ओरेगानो आईल में एंटी बैक्टीरियल,
एंटी फंगल, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी वाइरल
गुणधर्म होते हैं। यह घरेलू उपचार में बहुत
प्रभावकारी होता है विशेष रूप से
दांतों और मसूड़ों की बीमारियों में।
-दांतों में पस होने पर ऐप्पल सीडर
विनेगर एक अन्य प्रभावशाली उपचार है।
चाहे वह प्राकृतिक हो या ऑर्गेनिक, यह
बहुत अधिक प्रभावशाली है। एक टेबलस्पून
ए सी वी लें। इसे कुछ समय के लिए अपने मुंह
में रखें और फिर इसे थूक दें। इसे निगलें नहीं।
इससे प्रभावित क्षेत्र रोगाणुओं से मुक्त
हो जाएगा। इससे सूजन भी कम होती है।
-10 सेंधा नमक बारीक पीसकर कपड़-छान
कर लें। उसमें से दो ग्राम नमक हथेली पर
रखकर चार गुना सरसों का तेल डालकर
मिश्रण तैयार करें। बाद में नमक तेल के
मिश्रण से अंगुली द्वारा दांत एवं
मसूड़ों की रोजाना सुबह हल्की मालिश करें
तथा बाद में सादे या गुनगुने पानी से
कुल्ला कर लें। इससे दांतों का ठंडा, गर्म और
खट्टा लगना समाप्त हो जाता है।
-आंवला जलाकर सरसों के तेल में मिलाएं
इसे मसूड़ों पर धीरे-धीरे मलें
- नीम की पत्तियां, काली मिर्च और
काला नमक मिलाकर पीस लें
इसका नियमित सेवन करें
- खस, इलायची और लौंग का तेल मिलाकर
मसूड़ों में लगाएं
- जीरा, सेंधा नमक, हरड़, दालचीनी,
दक्षिणी सुपारी को समान मात्रा में लें
इसे बंद बर्तन में जलाकर पीस लें इस मंजन
का नियमित प्रयोग करें
- फिटकरी और काला नमक बारीक पीसकर
दांतों पर मलें।
-कीड़ा लगने से बचने का सबसे
सही तरीका है कि रात को ब्रश करके
सोएं। मीठी और स्टार्च आदि की चीजें कम
खाएं और बार - बार न खाएं। मीठी चीजें
खाने के बाद कुल्ला करें या ब्रश करें।
दांतों की अच्छी तरह सफाई करें।
-नीम का दातुन करने से पहले उसे
अच्छी तरह चबाते रहें। जब दातुन
का अगला हिस्सा नरम हो जाए तो फिर
उसमें दांत धीरे - धीरे साफ करें।
- लहसुन बैक्टीरिया को मारने के लिए एक
प्राकृतिक हथियार है। कच्चे लहसुन का रस
संक्रमण को मारने में मदद करता है।
यदि वास्तव में आपके दांत में बहुत अधिक
दर्द हो रहा हो तो आप ऐसा कर सकते हैं।
कच्चे लहसुन की एक कली लें। इसे पीसें और
निचोड़ें तथा इसका रस निकालें। इस रस
को प्रभावित क्षेत्र पर लगायें। यह घरेलू
उपचार दांत के दर्द में जादू की तरह काम
करता है।
-एक टेबलस्पून नारियल का तेल लें और इसे
अपने मुंह में चलायें। इसे निगले नहीं, इसे
लगभग 30 मिनिट तक अपने मुंह में रखें रहें।
फिर इसे थूक दें और मुंह धो लें।
आपको निश्चित रूप से आराम मिलेगा।
-दांत के दर्द में पेपरमिंट आईल जादू
की तरह काम करता है। अपनी उँगलियों के
पोरों पर कुछ तेल लें तथा इसे धीरे धीरे
प्रभावित क्षेत्र पर मलें। आपको दांत के
दर्द से तुरंत आराम मिलेगा।
-. टी बैग टी बैग एक अन्य घरेलू उपचार है।
हर्बल टी बैग को प्रभावित क्षेत्र पर
लगायें। इससे पस के कारण होने वाले दर्द से
आपको तुरंत आराम मिलेगा।
-ओरेगानो आईल में एंटी बैक्टीरियल,
एंटी फंगल, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी वाइरल
गुणधर्म होते हैं। यह घरेलू उपचार में बहुत
प्रभावकारी होता है विशेष रूप से
दांतों और मसूड़ों की बीमारियों में।
-दांतों में पस होने पर ऐप्पल सीडर
विनेगर एक अन्य प्रभावशाली उपचार है।
चाहे वह प्राकृतिक हो या ऑर्गेनिक, यह
बहुत अधिक प्रभावशाली है। एक टेबलस्पून
ए सी वी लें। इसे कुछ समय के लिए अपने मुंह
में रखें और फिर इसे थूक दें। इसे निगलें नहीं।
इससे प्रभावित क्षेत्र रोगाणुओं से मुक्त
हो जाएगा। इससे सूजन भी कम होती है।
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