बुधवार, 25 फ़रवरी 2015

उरद की दाल से बना दही वड़ा ।

मित्रो आयूर्वेद के अनुसार कभी भी दो विरुद्ध वस्तूये एक साथ
नहीं खानी चाहिए ।
विरुद्ध वस्तुओ से अभिप्राय ऐसी वस्तूए जिनका गुण - धर्म अलग
हो ।
ऐसी कुछ 103 चीज़े आयूर्वेद में बाताई गई है । जो एक साथ
कभी नहीं खानी चाहिए ।
उदाहरण के लिये प्याज और दूध कभी एक साथ न खाये ।
एक दुसरे के जानी दुशमन हैं । इसको खाने से सबसे ज्यादा चमड़ी के
रोग आपको
होगें दाद,खाज ,खुजली,एगसिमा ,सोराईसिस, आदि ।
ऐसी ही कटहल (jack fruit )और दूध कभी न खाये । ये
भी जानी दुश्मन हैं ।
ऐसे ही खट्टे फ़ल जिनमे सिट्रिक ऐसिड होता है कभी न खायें ।
एक सिट्रिक
ऐसिड तो इनसान का बनाया है एक भगवान का बनाया है । जैसे
संतरा । कभी दूध
के साथ न खाये ।
आयुर्वेद के अनुसार अगर कोई खट्टा फ़ल दूध के साथ खाने वाला है
वो एक
ही है आवला । आवला दूध के साथ जरुर खाये ।
इसी तरह शहद और घी कभी भी एक साथ न खायें ।
आम की दोस्ती दूध से जबरद्स्त हैं लेकिन खट्टे आम की नहीं |
इसलिये मैग़ो
शेक पी रहे है तो ध्यान रखे आम खट्टा ना हो । ।
ऐसी ही उरद की दाल और दही एक दुसरे के जानी दुशमन हैं ।
उरद की दाल पर भारत में जितनी रिसर्च हो चुकी हैं तो ये
पता लगा ये दालो
की राजा है । हमेशा अकेले ही खाये दही के साथ तो भूल कर
भी ना खाये ।
आप इसका अपने शरीर पर परिकक्षण करे । एक खाने से पहले
अपना b.P चैक करें
। फ़िर उरद की दाल और दही खाये । आप पायेगें 22 से 25 %
आपका B.P बढ़ा हुआ
होगा । अर्थात ये अगर रोज रोज आप उरद की दाल , दही खा रहें है
तो 5,6
महीने में हार्ट अटैक आ ही जायेगा ।
इसका मतलब (दही वाड़ा ) कभी नहीं ।
क्योंके दही वाड़ा मे अगर वाड़ा उरद की दाल का बना हैं । और
आप उसे दही के
साथ खा रहें है तो बहुत तकलीफ़ करने वाला है ।
हां अगर आपको खाना है तो जरुर खायें लेकिन दही के साथ
नहीं चटनी के साथ खायें ।
इस लिये अगर घर में विवाह है तो मीनो बनाते समय जरुर ध्यान रखें ।
उरद की
दाल का वड़ा दही के साथ परोस कर दोहरे पाप के भागी न बने ।
क्योंके आतिथि देवो भव । मेहमान भगवान का रुप हैं । उसके
हनिकारक
वास्तुये न खिलाये ।
या वो वड़ा मूंग की दाल का बनवाये । उरद की दाल का है
तो दही के साथ नहीं
चटनी के साथ खाये ।

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