- विनेगर या सिरका एसिटिक एसिड और पानी का मिश्रण
होता हैं.
- ये एसिडिक होकर भी शरीर को अल्कलाइन बनाता हैं.
- इसका उपयोग शरीर के pH बैलेंस को संतुलित करने के लिए
औषधि के रूप में किया जाता हैं.
- एक स्वस्थ्य मनुष्य शरीर में रक्त का ph 7.35-7.45 तक, थूक
का 6.5-7.5 तक, और मूत्र का 6-7 तक होता हैं. शरीर
को स्वास्थ्य होने के लिए sथोड़ा सा अल्कलाइन
होना चाहिए.
- यदि आपको थकान, पेट में एसिडिटी , अलसर, कमज़ोरी, काम में
मन ना लगना, तनाव, गुस्सा आना, दातो में ठंडा गरम लगना,
कब्ज़, किडनी प्रोब्लेम्स आदि जैसे लक्षण हैं तो आप का शरीर
एसिडिक हो सकता हैं. ph लेवल्स ठीक करने में विनेगर
काफी महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकता हैं.
- शराब का सेवन शरीर को एसिडिक करता हैं इसलिए शरीर
को डीटॉक्स करने के लिए विनेगर को इस्तेमाल
किया जा सकता है.
- इतना गुणकारी होने के बाद भी इसे सिर्फ चाऊमीन में डालते
ही देखा जाता हैं.
- एप्पल साइडर विनेगर में एसिटिक एसिड के साथ साथ
विटामिन्स , मिनरल्स , पेक्टिन,एमिनो एसिड्स आदि भी होते
है.
- पथरी होने पर एक गिलास पानी में 2-3 चम्मच सिरका डाल कर
इसका 2-3 हफ्ते सेवन किया जाए तो यह निकल जाएगा.
- यह पथरी के साथ होने वाली पेशाब में जलन में भी आराम
करता हैं.
- विनेगर के इस्तेमाल से ब्लड शुगर लेवल्स कम किये जा सकते हैं.
विनेगर के इस्तेमाल से ऐसे एंजाइम्स जो खाने में उपस्थित
कार्बोहायड्रेट को शुगर में बदलते हैं निष्क्रिय हो सकते हैं.
इसी वजह से शुगर लेवल को बढ़ने से रोका जा सकता हैं. इससे शरीर
की इन्सुलिन की जरुरत कम हो जाती हैं.
- एसिडिटी या गैस होने पर 1 गिलास पानी में 1-2 चम्मच विनेगर
डाल कर प्रयोग से इन सब में फायदा मिलता हैं.
- अगर खाने से पहले विनेगर का इस्तेमाल किया जाए तो ये भूख
बढ़ाता हैं, कब्ज़ को रोकता हैं हाज़मा ठीक करता हैं, इसके
अलावा खाने के बाद पेट भारी होना आदि जैसी समस्याओ में
मदद करता हैं.
- विनेगर का इस्तेमाल कैल्शियम का अवशोषण भी बढ़ाता हैं.
- विनेगर के इस्तेमाल से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रोल लेवल्स को कम
किया जा सकता हैं. इसके इस्तेमाल से हृदय धमनियों का कठोर
होना भी रोका जा सकता हैं.
- विनेगर के इस्तेमाल से चर्बी का बढ़ना रोका जा सकता हैं.
इसका इस्तेमाल करने से देखा गया हैं की ये लिवर सेल्स
को प्रोटेक्ट करता हैं और हमारे लिवर के लिए फायदेमंद होता हैं.
- गठिया: विनेगर का उपयोग गठिया में फायदा करता हैं. इसमें
मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, पोटैशियम जैसे मिनरल्स होते
हैं जिनकी कमी से जोड़ो का दर्द होता हैं. ACV में उपस्थित
पोटैशियम ख़ास तौर पर कैल्शियम डिपॉजिट्स रोकने में मददगार
होता हैं जिसकी वजह से ही जोड़ो में अकडन होती हैं.
- यह शरीर को डीटॉक्स करता है.
- ACV को पानी में मिलकर जोड़ो पर लगाया जाए तो इससे
जोड़ो के दर्द में भी आराम मिलता हैं.
- क्योंकि विनेगर में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टी भी होती हैं
इसलिए इसका उपयोग और कही जगह किया जा सकता हैं अगर
सांस फूल राइ हो तो सिरके की भाप लेने से आराम मिलता है. ये
जमे हुए बलगम को ढीला करती हैं. - अगर गले में खराश और दर्द
हो तो पानी में सिरका मिलाकर गरारे करने से आराम मिलता हैं.
-पानी में विनेगर मिला कर लगाने से यह कील मुहासों में
भी आराम दिलाता हैं.
- अगर सब्ज़ियों को धोने में इसका इस्तेमाल किया जाए तो यह
ऐसे Pesticides भी निकल देता हैं जो पानी से धोने पर
नहीं निकल पाते और हमारे शरीर में जाते रहते हैं.
- इसके इस्तेमाल से भूख बढ़ती हैं, पेट का हाज़मा सही होता हैं,
कब्ज़ ठीक होती हैं, मिनरल्स का अब्सॉर्पशन अच्छा होता हैं,
पथरी नहीं बनती, ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर ठीक रहता हैं, बॉडी के
Detoxification में हेल्प करता हैं, शरीर को अच्छा महसूस कराता हैं
और तो और कुछ खतरनाक बीमारी के खतरे से भी दूर करता हैं
तो इसे टॉनिक क्यों ना कहा जाए.
- ध्यान रखे की विनेगर का सेवन हमेशा पानी के साथ करे
कभी भी इससे सीधे न पिये, जब भी इसका सेवन करे उसके बाद
कुल्ला करे क्योंकि ये दांतो के संपर्क में आने पर उनका एनामेल
इरोड करता हैं.
- कुछ लोगो में ये एलर्जिक रिएक्शन भी कर सकता हैं.
- इसके अलावा कुछ दवाओ जैसे की पेशाब, कब्ज़, ब्लड प्रेशर, और
हृदय संबंधि आदि के साथ इसका प्रयोग दोनों में रासायनिक
प्रतिक्रिया पैदा कर सकता हैं.
- जिन्हे ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हैं वो इसका इस्तेमाल
कम मात्रा में या फिर कैल्शियम के साथ ही करे.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें