सोमवार, 2 फ़रवरी 2015

शहद और नींबू


शहद के प्रयोग से हमारे शरीर के कई रोग दूर हो सकते हैं।
जहां इसका अनेक इस्तमाल प्राकृतिक सौंदर्य पाने के लिये किया जाता है
वहीं पर मोटापा कम करने के लिये इसे नींबू
पानी के साथ मिला कर पिया जाता है। शहद से शरीर
स्वस्थ, सुंदर और सुडौल बनता हैं। आइए जानें की शहद
शरीर की चर्बी को किस तरह से दूर करने में
सहायक है।
शहद से इस तरह दूर करें मोटापा
1. शहद शरीर
की चर्बी को बडी ही तेजी से
गलाता है। इसके अलावा डाइटिंग करते वक्त अगर आप शहद को अपने आहार में
शामिल करेंगे तो आपके शरीर को पूर्ण रूप से पोषण मिलेगा और
शरीर को डाइटिंग का दुष्परिणाम नहीं झेलना पड़ेगा।
2. ज्यादातर शहद को पानी के साथ ही लेना चाहिये।
शहद को गुनगुने पानी के साथ पीने से
जल्दी चर्बी घटती है और साथ
ही ज्यादा महनत
भी नहीं करनी पड़ती।
3. शहद और नींबू का मिश्रण वेट लॉस प्लान के लिये बहुत
ही लाभकारी है। अगर आप रोजाना नींबू के
रस और शहद को मिला कर गुनगुने पानी के साथ पिएंगे तो दिनभर
एक्टिव रहने के साथ साथ वजन पर भी नियंत्रण कर सकेगे।
4. अगर आपको बहुत ज्यादा भूख लगती है तो दूध में शहद
की कुछ बूंदे मिला कर रोजाना पिएं। इससे ना केवल आपका पेट
भरेगा बल्कि शरीर को जरुरी पोषण भी मिलेगा।
5. अगर आप शहद को अपने भोजन में प्रयोग करना चाहते हैं
तो इसकी कुछ बूंदो को दही में डाल कर खाएं। इससे आप
पूरा दिन एक्टिव बने रहेंगे।
6. कई लोग जो डाइटिंग करते हैं वे सलाद में स्वीटनर
की जगह पर हनी का प्रयोग कर सकते हैं। बस कुछ
बूंद शहद की डालें और हेल्दी सैलेड खाएं। यह एक
बहुत ही हेल्दी स्नैक साबित हो सकता है।
7. अगर जल्द मोटापा कम करना हो तो हर भोजन के बाद गरम पानी में
शहद और नींबू का रस डाल कर पीने से
एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न होती है। साथ
ही वर्कआउट करने के तुरंत बाद भी इसे
पीने से एनर्जी मिलती है और
शरीर एक्टिव रहता है।
पेट को कम करता है शहद
शहद एक प्राकृतिक स्वास्थ्यवर्धक आहार है जिसे त्वचा को सुंदर बनाने और
मोटापा कम करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है। अगर आप अपने बढ़ते हुए
वजन से परेशान हो चुके हैं और जिम जाने का समय नहीं है
तो शहद का प्रयोग कर के आप बिल्कुल स्लिम-ट्रिम बन सकते हैं। आइये जानते
हैं कि शहद वजन को कैसे कंट्रोल कर सकता है-
शहद का उपयोग-
1. शहद अन्य उत्पादों के मुकाबले वजन को कम करके में
ज्यादा जल्दी असर करता है। इसके साथ ही डायटिंग
करते वक्त यह शरीर को भरपूर पोषण भी देता है।
2. शहद का प्रयोग पानी के साथ करना ज्यादा हितकर होता है। अगर
पानी गरम हो तो और
भी जल्दी शरीर से वजन कम होता है।
3. नींबू और शहद एक साथ लेने से वजन कम करने का सबसे
अच्छा तरीका है। अगर आप रोज़ सुबह नींबू, शहद
और गरम पानी मिला कर पिएगें तो आपका वजन तेज़ी से
घटेगा।
4. क्या आपको पता है कि शहद से गुस्सा कंट्रोल होता है। जी हां,
शहद को दूध में मिला कर पीने से गुस्सा तो कम
होता ही है साथ में खूब सारा पोषण भी मिलता है।
5. अगर आप अपने भोजन में भी शहद को प्रयोग करना चाहते हैं
तो उसको कम वसा वाले दही में मिला कर खाएं। अगर आप इसे रोज़
सुबह नाश्ते के वक्त खाएगें तो लाभ होगा।
6. कई डायटिंग करने वाले लोग इसको फ्रूट सलाद में भी मिला कर प्रयोग
करते हैं। बस करना केवल यह है कि शहद की कुछ बूदें अपने
सलाद में डालें और मिला कर खा जाएं। यह
काफी हेल्दी स्नैक्स हो सकता है।
7. शहद को ओटमील में मिला कर नाश्ते में खाने से वजन कम
होता है। इससे स्वास्थ्य तो अच्छा होता ही है साथ में वजन
भी कम होता है।
8. अगर आपको वजन कम करना है तो हर भोजन के बाद नींबू,
शहद और गरम पानी मिला कर पिने से लाभ होता है और
एक्स्ट्रा कैलोरी भी बर्न होती है। यह जिम
के बाद लौट कर भी पिया जा सकता है, क्योंकि इससे तुरंत
शक्ति मिलती है।
लंबी आयु चाहिए तो रोज करें शहद का सेवन
नई दिल्ली: शायद ही कुछ लोग जानते हैं
कि लंबी उम्र के लिए किसी खास जड़ी-
बूटी या संजीवनी की आवश्यकता नहीं है,
बल्कि उसे केवल शुद्ध शहद के प्रतिदिन सेवन से
भी पाया जा सकता है। अब तो वैज्ञानिकों ने भी शहद के
गुणकारी विषेशताओं को स्वीकार भी कर लिया है
और वे भी अपने कई पेशेंटस को शहद के सेवन
की सलाह देते हैं। सर्वविदित है कि शहद
उपयोगी दवा से भी अधिक गुणकारी होता है
परन्तु इसमें भी कभी-कभी विषैले अंश आ
जाते हैं क्योंकि कुछ फूलों का मकरन्द जहरीला होता है। ऐसे शहद
को खाकर मनुष्य को लाभ की जगह हानि अधिक
उठानी पड़ सकती है परन्तु विषैले शहद
की पहचान सभी को नहीं होती,
बल्कि कुछ विषेशज्ञ ही ऐसे शहद को पहचान सकते हैं। शायद
इसीलिए कहा भी गया है कि छत्ता तुड़वाने के तुरन्त बाद
शहद चखकर नहीं देखना चाहिए बल्कि उसकी पहचान
किसी विद्वान विश्षलेषणकर्ता से करवा लेनी चाहिए। वैसे
पहाड़ी मधुमक्खियों द्वारा इकठ्ठा किया जाने वाला शहद अधिक
उपयोगी नहीं माना जाता, क्योंकि उसमें शोधित मकरंद का रस
ना के बराबर होता है फिर भी यह शहद विषहरण करने वाला और
ह्रदय को शक्ति प्रदान करने वाला होता है।
शहद के गुण व धर्म के विषय में यह भी माना जाता है कि शहद
जितना पुराना होगा उतना ही गुण धर्म में श्रेष्ठ भी होगा।
पुराने शहद का रंग कुछ ष्यामवर्ण भी हो जाता है। इस शहद में
लौह-तत्व का अंष बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है।
आजकल शहद निर्माण में लगी कंपनियां षक्कर, गुड़ और
षीरे आदि का उपयोग कर शहद बना रही हैं और
एगमार्क का लेवल लगाकर शुद्ध शहद के रूप में प्रचलित कर बेच
रही हैं। इसीलिए इसमें कोई दो राय नहीं है
कि शहद के मामले में धोखाधड़ी और ठग विद्या बहुत है,
यहां पच्चीस-तीस रुपये
किलो की चीनी या 15-20 रुपये किलो के गुड़
द्वारा बनाया गया शहद 150 से 250 रुपये किलो में बेचा जाता है।
इस नकली शहद की पहचान करने की कुछ
ऐसी आम विधियां हैं, जिनके द्वारा असली व
नकली शहद में अंतर स्पष्ट पता कर सकते हैं। कहा जाता है
कि असली शहद भारी होता है और पानी में
डालने पर नीचे तली में बैठ जाता है और
घुलता नहीं है जबकि नकली शहद तुरन्त घुल जाता है।
इसी प्रकार असली शहद पर मक्खियां बैठकर तुरन्त उड़
जाती हैं क्योंकि शहद के तत्व मक्खी के पंखों पर
चिपकते नहीं हैं। एक अन्य घरेलू विधि में शुद्ध शहद को रुई
की बत्ती पर जलाकर देखा जाता है और वह सरसों के तेल
जैसी खुशबू छोड़ते हुए जलता है, जबकि नकली शहद
की बत्ती जलाते समय वह श क्कर या गुड़
की गंध छोड़ता है।
शहद इकठ्ठा करने के लिए मधुमक्खियों को बहुत ही परिश्रम
करना पड़ता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि मधुमक्खियां अपने छत्ते के
सभी खानों को महीनों में भर पाती हैं, लेकिन
मनुष्य है कि देखते-देखते उनके परिश्रम को नष्ट करके अपना भला कर लेता है।
सचमुच इस क्षेत्र में मनुष्य बड़ा ही स्वार्थी व
लोभी है।
शुद्ध शहद को हमारे बुजुर्ग लोग सलाई की सहायता से आंखों में
भी लगाते थे क्योंकि यह आंखों में चिपकता नहीं है और
आंखों से गंदगी निकालकर
इनकी रोषनी बढ़ाता है। वास्तव में देखा जाए
तो दीर्घायु होने के लिए शहद का प्रतिदिन उपयोग निहायत
ही आवश्यक है।
शहद के गुण
शहद केवल 5 मिनट में शरीर में पच जाता है।
यह जीवन शक्ति का भण्डार है।
इसमेगुलुकोज और फ्रक्टोज पर्याप्त मात्रा में होता है।
शहद की तासीर गर्म होती है।
सुबह-शाम शहद को गरम पानी में मिलाकर पिने से शरीर
की चर्बी घटती है।
आँखों में शहद की १ बूंद रोज डालने से
आँखों की रौशनी बड़ती है।
अदरक का रस शहद में मिलाकर पिने से खाँसी-जुकाम
ठीक हो जाता है।
निम्बू और शहद के रस से चेचक के दाग ठीक किए जा सकते हैं।
शहद का नित्य सेवन करने से दिल और दिमाग
की शक्ति बड़ती है।
शहद को ऐसे लगाएंगे तो कितने भी बाल झड़ रहे हों ....झडऩा रुक
जाएंगे
सुंदर बाल खूबसूरती में चार-चांद लगा देते हैं। लेकिन जब
बालों की देखभाल में
लापरवाही बरती जाती है,
तो बालों की समस्याएं उत्पन्न होनी शुरू
हो जाती है।
बालों का झडऩा ऐसी ही समस्या है,
जो किसी को भी तनाव में डाल सकती है। आज
हर दूसरे व्यक्ति को बालों की समस्या से जूझना पड़ता है। अगर आप
भी इस समस्या से परेशान हैं तो अपनाएं शहद का ये प्रयोग....
प्रयोग- सामान्यत: सभी के यहां शहद आसानी से मिल
जाता है। शहद के औषधीय गुण सभी जानते हैं। अनेक
औषधीय गुणों के कारण ही शहद
को गुणों की खान और शरीर के लिए अमृत के समान
दर्जा दिया जाता है। यह कई गंभीर बीमारियों को दूर करने में
भी बड़ा सहायक होता है। शहद से
बालों का झडऩा भी रोका जा सकता है। आज छोटी उम्र से
ही बालों के झडऩे की समस्या देखी जाने
लगी है। इस बीमारी से बचने के लिए शहद
और दालचीनी कारगर उपाय है। बाल झड़ते हैं तो गरम
जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच
दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाएं। नहाने से पहले इस
पेस्ट को सिर पर लगा लें। 15 मिनट बाद बाल को गरम पानी से धोएं।
ऐसा करने पर कुछ ही दिनों बालों के झडऩे की समस्या दूर
हो जाएगी

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