शुक्रवार, 13 मार्च 2015

नीलगिरी ( यूकेलिप्टस ) का तेल

नीलगिरी का तेल एक प्राकृतिक पीड़ानाशक है जो जोड़ों और
शरीर के दर्द से मुक्ती दिलाता है। इसको गरम पानी में डालकर
नहाने से शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिलता है।
- कुछ लोग अच्छे रिजल्ट के लिए इस तेल के साथ लेवेंडर का तेल
भी मिला कर प्रयोग करते हैं।
- सर दर्द और बुखार आने पर इसकी मालिश सर ,सीने और पैर के तलवे
में मालिश करने से आराम मिलता है |
- गर्म पानी में इस तेल की 3-४ बुँदे डालकर भाप लेने से जुकाम ठीक
होता है |
मसाज
नीलगिरी के तेल से मसाज करने से त्वचा कोमल बनती है और स्ट्रेच
मार्क्स तथा दाग धब्बे दूर होते हैं। कंधे और पीठ की मसाज के लिए
विटामिन ई युक्त निलगिरी का तेल इस्तमाल करना चाहिए।
इससे आराम से मसाज हो जाती है।
आफ्टर शेव
शेव करने के बाद कुछ बूंदे निलगिरी के तेल की लगाने से
त्वचा कोमल होती है।
यह एंटी बैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवाइरल के रुप में भी काम
करता है। यह त्वचा की कुछ गंभीर बीमारियों को भी ठीक करने
में असरदार है।
शरीर की देखभाल
नीलगिरी के तेल को आंटे या फिर मुल्तानी मिट्टी के साथ
मिला कर स्क्रब के रुप में भी इस्तमाल किया जा सकता है। यह
चिपचिपा रहित तेल आपकी त्वचा को पोषण देगा तथा आपके
शरीर को कोमल और सुंदर बनाएगा।

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